CrowdStrike Update: पिछले हफ्ते शुक्रवार को दुनियाभर में तकनीकी खराबी का बवाल मचा. इस खराबी की वजह से एयरलाइंस, बैंकिंग सिस्टम और शेयर मार्केट समेत कई महत्वपूर्ण सेवाएं बाधित हो गईं. इस पूरे मामले में क्राउडस्ट्राइक नाम की कंपनी चर्चा में आई. आइए जानते हैं क्या है ये क्राउडस्ट्राइक और किस तरह इसके एक अपडेट ने वैश्विक स्तर पर परेशानी खड़ी कर दी।
क्राउडस्ट्राइक क्या है?
CrowdStrike एक अमेरिकी कंपनी है जो क्लाउड आधारित एंटीवायरस और साइबर सुरक्षा सेवाएं मुहैया कराती है. इसकी खासियत ये है कि ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करके साइबर खतरों का पता लगाती है और उन्हें रोकती है, आसान शब्दों में समझें तो क्राउडस्ट्राइक एक एडवांस सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर है जिसे कंपनियां अपने कंप्यूटर नेटवर्क में लगाती हैं. ये सॉफ्टवेयर लगातार कंप्यूटर सिस्टम की निगरानी करता रहता है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को पकड़ लेता है. उदाहरण के लिए, अगर कोई वायरस कंप्यूटर सिस्टम में घुसने की कोशिश करता है तो क्राउडस्ट्राइक उसे पहचान कर ब्लॉक कर देता है।
क्राउडस्ट्राइक अपडेट की गड़बड़ी
19 जुलाई को क्राउडस्ट्राइक के एंटीवायरस सॉफ्टवेयर फाल्कन (Falcon) का एक ऑटोमैटिक अपडेट जारी हुआ. ये अपडेट दुनियाभर के लाखों करोड़ों माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ कंप्यूटरों पर चला गया. लेकिन समस्या ये हुई कि इस अपडेट में कोई खामी थी जिसकी वजह से अपडेट होने के बाद कई कंप्यूटर चलते चलते क्रैश हो गए. क्रैश होने के बाद कंप्यूटर की स्क्रीन पर ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ का मैसेज आने लगा और सिस्टम रिकवरी मोड में चला गया।
CrowdStrike का पता लगाना और समाधान
माइक्रोसॉफ्ट और क्राउडस्ट्राइक की टीमों ने तुरंत इस समस्या पर काम शुरू कर दिया. कुछ ही घंटों में दोनों कंपनियों ने पाया कि क्राउडस्ट्राइक के अपडेट में एक खास फाइल (c-00000291.sys) की वजह से ये दिक्कत आ रही थी. इसके बाद क्राउडस्ट्राइक ने जल्द ही एक नया अपडेट जारी किया जिसने पिछले अपडेट की खामी को दूर कर दिया. साथ ही प्रभावित कंप्यूटरों को रिबूट करने की सलाह भी दी गई, इस पूरे घटनाक्रम में अच्छी बात ये रही कि दोनों कंपनियों ने मिलकर तेजी से काम किया और समस्या का समाधान निकाला. हालांकि, इस वाकये से ये सबक लिया जाना चाहिए कि किसी भी अपडेट को जारी करने से पहले उसकी अच्छे से जांच कर लेनी चाहिए.
CrowdStrike अपडेट का असर
क्राउडस्ट्राइक अपडेट की इस गड़बड़ी से दुनियाभर की कंपनियों को काफी नुकसान हुआ. कई कंपनियों का एक दिन का काम पूरी तरह से बाधित हो गया. साथ ही क्राउडस्ट्राइक कंपनी को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा, हालांकि, इस घटना से ये बात भी सामने आई कि आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण हैं।
इसे भी जाने :-
iPhone 16 Pro Max जो बहुत जल्द करने वाला है भारतीय मार्केट में एंट्री, धड़कन जानें कीमत!